खनन का दंश झेल रही महिलाएं पर इसकी चर्चा तक नहीं होती

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published Published on May 5, 2021   modified Modified on May 5, 2021

-न्यूजलॉन्ड्री,

यह जगजाहिर है कि खनन की वजह से जमीन का ह्रास, रोजगार का संकट और जैव-विविधता पर बुरा असर हो रहा है. पर आस-पास रहने वाली महिलाएं भी इससे बुरी तरह से प्रभावित होती हैं, जिसकी चर्चा न के बराबर होती है.

देश में 87 तरह के खनिज पाए जाते हैं और इनकी खनन में महिलाएं बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती हैं. इनकी संख्या को देखते हुए ही 2019 में श्रम मंत्रालय ने भूमिगत खदानों में महिलाओं के काम करने की रोक हटा दी.

पर खनन में काम करने वाली महिलाओं के सटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि अधिकतर महिलाएं खदानों में ठेके पर काम करती हैं.

पर यह तो स्पष्ट है कि किसी भी तरह का खदान हो- छोटे हो या बड़े, वैध या अवैध- यहां काम करने वाली महिलाओं की स्थिति अच्छी नहीं है.

खदानों के आसपास रहने वाले लोग लगातार प्रदूषण से होने वाली बीमारियों का खतरा झेल रहे हैं. महिलाओं के स्वास्थ्य पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ता रहा है.

मोंगाबे-हिन्दी पर खनन का महिलाओं पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को लेकर कई खबरें प्रकाशित हुई हैं. इस वीडियो में महिलाओं पर खनन के दुष्प्रभावों को दिखाया गया है.

पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.


https://hindi.newslaundry.com/2021/05/05/women-condition-who-are-working-in-mining-sector


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